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चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग

उत्तर प्रदेश सरकार

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनएमएचपी)

राज्य में कार्यक्रम अधिकारी और अन्य कर्मचारी:

क्रमांक नाम पद का नाम संपर्क नंबर सीयूजी नंबर ईमेल
1 डॉ. सुनील पाण्डेय राज्य कार्यक्रम अधिकारी 9839948037   Statenmhp.up@gmail.com

कार्यक्रम का उद्देश्य :

  • निकट भविष्य में सभी के लिए न्यूनतम मानसिक स्वास्थ्य देखभाल की उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करना, विशेष रूप से आबादी के सबसे कमजोर और वंचित वर्गों के लिए।
  • सामान्य स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक विकास में मानसिक स्वास्थ्य ज्ञान के अनुप्रयोग को प्रोत्साहित करना।
  • मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना और समुदाय में स्वयं सहायता की दिशा में प्रयासों को प्रोत्साहित करना।

कार्यक्रम का उद्देश्य:

  • मानसिक और तंत्रिका संबंधी विकारों और उनसे जुड़ी विकलांगताओं की रोकथाम और उपचार।
  • सामान्य स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मानसिक स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी का उपयोग।
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए संपूर्ण राष्ट्रीय विकास में मानसिक स्वास्थ्य सिद्धांतों का अनुप्रयोग।

कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण:

  • एनएमएचपी कार्यक्रम के तहत डॉक्टरों, नर्सों, फार्मासिस्टों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम।
  • जागरूकता बढ़ाने और कलंक को कम करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य में सार्वजनिक शिक्षा।
  • शीघ्र पता लगाने और उपचार के लिए, ओपीडी और इनडोर सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
  • भविष्य की योजना, सेवा और अनुसंधान में सुधार के लिए राज्य और केंद्र को समुदाय के स्तर पर मूल्यवान डेटा और अनुभव प्रदान करना।
  • आईईसी अभियान के माध्यम से जागरूकता।
  • मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति का दिव्यांग प्रमाणन।
  • शहरी स्लम शिविर, आत्महत्या रोकथाम शिविर और कार्यस्थल तनाव प्रबंधन शिविर आयोजित करें।
  • समाज के लिए और उन किशोरों के लिए आउटरीच शिविर जो स्कूल नहीं जा रहे हैं।
  • जिला परामर्श केंद्र द्वारा डीएमएचपी के तहत परामर्श सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
  • स्कूल कार्यक्रम के तहत स्कूलों में जीवन कौशल शिक्षा और परामर्श।

मानसिक स्वास्थ्य देखभाल विधेयक, 2017:

  • मानसिक/बौद्धिक रूप से विकलांगों के लिए विशेष प्रावधान।
  • बेघर मनोरोग रोगियों के लिए विशेष देखभाल।
  • निराश्रित मानसिक रोगियों के प्रति गृह विभाग (पुलिस) की जिम्मेदारी।
  • नशीली दवाओं के दुरुपयोग को नियंत्रित करने में अंतर-क्षेत्रीय समन्वय में विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी।
  • मनोरोग रोगियों के अस्पताल में भर्ती होने के नियम।
  • मनोरोग रोगियों का रिकार्ड रखना।
  • मनोरोग रोगियों की गोपनीयता/गोपनीयता.

प्रारंभ का वर्ष: 1998
जिले में चल रहा है कार्यक्रम : उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले

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